लोयाबाद के विभिन्न मस्जिदों में रमजान के आखिरी (अलविदा) जुमे की नमाज शुक्रवार को अकीदत के साथ अदा की गयी। अमन व सलामती की दुआएं मांगी गई। नमाज अदा करने के पूर्व नमाजी स्नान कर अच्छे-अच्छे कपड़े व टोपी पहन तथा इत्र-सुरमा लगा कर अपने नजदीकी मस्जिदों में पहुँचे और बड़ी ही शिद्दत के साथ अलविदा जुमा की नमाज अदा की। अलविदा जुमा होने के चलते काफी सैकाड़ो की संख्या में नमाजी जुटे। इस दौरान मस्जिदों में काफी चहल-पहल भी देखी गयी।
पावर हाउस मस्जिद के इमाम मौलाना कलीम खान ने अपने तकरीर करते हुए कहा कि रमजान का आखिरी अशरह भी हम से जुदा होने को है। इस अशरह में शबे कदर की तलाश करना बहुत बड़ी इबादत है। हजार महीनों की इबादत के बराबर है इस एक रात की इबादत। उन्होंने इस्लाम के उसूलों की चर्चा करते हुए कहा कि इसमें प्रेम, भाईचारा व सामाजिक समानता पर जोर दिया गया है। उन्होंने कहा कि जकात निकाल कर गरीबों व जरूरतमंदों में बाँटना जरूरी है। लोयाबाद जामा मस्जिद, लोयाबाद पावर, कोकप्लांट, लोयाबाद पाँच नंबर सात नंबर, निचितपुर, आदि मस्जिदों में रमजानुल मुबारक के अलविदा जुमे की नमाज अदा की गयी।